🔵 कर्क रेखा विश्व के 18 देशों से होकर गुजरती है ✔️✔️
- मक्सिको
▪️अल्जीरिया
▪️माली
▪️मारीतिनिया
▪️ इजिप्ट ( मिस्त्र )
▪️नाइजर
▪️ मयांमार
▪️ सयुक्त अरब अमीरात
▪️बहामास
▪️ताईबान
▪️ओमान
▪️ चाड
▪️ चीन
▪️ बांग्लादेश
▪️मोरक्को
▪️सऊदी अरब
▪️भारत
▪️ लीबिया
🔘 ऊपर मैप में भी आप इन देशो की अवस्थिति को समझ सकते है जो पीले कलर से इंगित किया हुआ है ,
🔘 कर्क रेखा
कर्क रेखा उत्तरी गोलार्ध में भूमध्य रेखा के समानान्तर 23°26′22″N 0°0′0″Wनिर्देशांक: 23°26′22″N 0°0′0″W पर, ग्लोब पर पश्चिम से पूर्व की ओर खींची गई कल्पनिक रेखा हैं। यह रेखा पृथ्वी पर उन पांच प्रमुख अक्षांश रेखाओं में से एक हैं जो पृथ्वी के मानचित्र पर परिलक्षित होती हैं। कर्क रेखा पृथ्वी की उत्तरतम अक्षांश रेखा हैं, जिसपर सूर्य दोपहर के समय लम्बवत चमकता हैं। यह घटना जून क्रांति के समय होती है, जब उत्तरी गोलार्ध सूर्य के समकक्ष अत्यधिक झुक जाता है। इस रेखा की स्थिति स्थायी नहीं हैं वरन इसमें समय के अनुसार हेर-फेर होता रहता है। २१ जून को जब सूर्य इस रेखा के एकदम ऊपर होता है, उत्तरी गोलार्ध में वह दिन सबसे लंबा व रात सबसे छोटी होती है। यहां इस दिन सबसे अधिक गर्मी होती है (स्थानीय मौसम को छोड़कर), क्योंकि सूर्य की किरणें यहां एकदम लंबवत पड़ती हैं। कर्क रेखा के सिवाय उत्तरी गोलार्ध के अन्य उत्तरतर क्षेत्रों में भी किरणें अधिकतम लंबवत होती हैं।
इस समय कर्क रेखा पर स्थित क्षेत्रों में परछाईं एकदम नीचे छिप जाती है या कहें कि नहीं बनती है। इस कारण इन क्षेत्रों को अंग्रेज़ी में नो शैडो ज़ोन कहा गया है।
इसी के समानान्तर दक्षिणी गोलार्ध में भी एक रेखा होती है जो मकर रेखा कहलाती हैं। भूमध्य रेखा इन दोनो के बीचो-बीच स्थित होती हैं। कर्क रेखा से मकर रेखा के बीच के स्थान को उष्णकटिबन्ध कहा जाता हैं। इस रेखा को कर्क रेखा इसलिए कहते हैं क्योंकि जून क्रांति के समय सूर्य की स्थिति कर्क राशि में होती हैं। सूर्य की स्थिति मकर रेखा से कर्क रेखा की ओर बढ़ने को उत्तरायण एवं कर्क रेखा से मकर रेखा को वापसी को दक्षिणायन कहते हैं। इस प्रकार वर्ष ६-६ माह के में दो अयन होते हैं।
🔘 मकर रेखा क्या है?
▪️मकर रेखा एक अक्षांश रेखा है जो कि दक्षिण गोलार्ध मे खीची हुयी काल्पनिक रेखा है। इस रेखा का निर्धारण यूनानी विद्वानो द्वारा किया गया था। दक्षिणी गोलार्द्ध में भूमध्य रेखा के समानान्तर 23 डिग्री 26′ 22″ पर, ग्लोब पर पश्चिम से पूरब की ओर खींची गई काल्पनिक रेखा हैं।
▪️मकर रेखा दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका और आस्ट्रेलिया महाद्वीपो से होकर गुजरती है।
▪️मकर रेखा दक्षिणी अमरीका के 4 देशो चिली, अर्जेन्टीना,ब्राजील और पराग्वे से होकर गुजरती है।
▪️मकर रेखा अफ्रीका के 5 देशो से होकर गुजरती है जो क्रमशः पश्चिम से पूर्व इस प्रकार है। नामीबिया, बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका, मोजाम्बिक।
भारत में कर्क रेखा उज्जैन शहर से निकलती है। इस कारण ही जयपुर के महाराजा जयसिंह द्वितीय ने यहां वेधशाला बनवाई इसे जंतर मंतर कहते हैं। यह खगोल-शास्त्र के अध्ययन के लिए है। इस कारण ही यह स्थान काल-गणना के लिए एकदम सटीक माना जाता है। यहां से अधिकतर हिन्दू पंचांग निकलते हैं।