📌पृथ्वी की आंतरिक संरचना
❇️आधुनिक भूगर्भ शास्त्रियों ने पृथ्वी की आंतरिक संरचना को 3 परतों में विभाजित किया है।
भू-पटल (Crust)
भू प्रवार (Mantle)
क्रोड (Core)
❇️(Crust) भू-पटल –
💮यह पृथ्वी की सबसे ऊपरी और सबसे पतली परत है।
💮इसकी मोटाई 16 किमी. से 40 किमी तक है। भू-पटल की औसत मोटाई 30 किमी. है।
💮महाद्वीपीय भागों मे इसकी मोटाई 40 किमी. तक है।
💮महासागरों के नीचे Crust की मोटाई 5 से 10 किमी. तक पाई जाती है।
💮महाद्वीपीय Crust ग्रेनाइट और नीस चट्टानों की बनी होती है। जिसके ऊपर अवसादी (Sedimentary) चट्टानों की परत पाई जाती है।
💮महासागरीय (Oceanic) Crust बैसाल्ट चट्टानों की बनी है।
💮Crust और Mantle का सबसे ऊपरी भाग मिलकर स्थल मंडल बनाते है ! जिसकी गहराई 100 किमी तक है
💮सथल मंडल के नीचे दुर्बल मंडल का विस्तार है। इसकी गहराई 100 किमी से 200 किमी. तक है।
❇️यह दो भागों में विभक्त है – ऊपरी Crust और निचला Crust इन दोनों के बीच में कोनार्ड असंबद्द्ता पाई जाती है !
💮निचले Crust के बाद Mantle शुरु होता है , तो इन दोनों यानी Crust और Mantle के बीच भी एक असंबद्द्ता पाई जाती है जिसे मोहो असंबद्द्ता कहते है !
❇️(Mantle) भू-प्रवार –
Mantle पृथ्वी की बीच वाली परत है जिसकी मौटाई 2900 किमी. तक है।
❇️Mantle के 2 भाग पाए जाते है। 1.ऊपरी Mantle :- इसकी गहराई 700 किमी. तक है। 2.निचली Mantle :- इसकी गहराई 700 किमी. से 2900 किमी तक है। इन दोनों के बीच रेपटी असंबद्द्ता पाई जाती है !
💮इसके बाद Core शुरु होता है तो Mantle व Core के बीच जो असंबद्द्ता पाई ज़ाती है उसे हम गुटेनबर्ग असंबद्द्ता कहते है !
❇️करोड (Core) –
💮यह पृथ्वी की सबसे आंतरिक भाग है। जो Mantle के नीचे पृथ्वी के केन्द्र तक पाया जाता है।
💮इसकी गहराई 2900 किमी. से 6371 किमी. तक है।
❇️Core को दो भागों में बांटा गया है आंतरिक Core और बाहरी Core ! इन दोनो के बीच जो असंबद्द्ता पाई जाती है उसे हम लेहमैन असंबद्द्ता करते है !
💮पृथ्वी के समस्त आयतन (Volume) का 5% Crust , 83% Mantle और 17% Core पाया जाता है।