1. नॉर्वे में निर्मित होगी दुनिया की पहली शिप टनल।
इस इंजीनियरिंग परियोजना का निर्माण कार्य वर्ष, 2022 में शुरू होगा और जिसके वर्ष, 2025-26 तक पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है। नॉर्वे के स्टैडहाइव प्रायद्वीप में पहाड़ों के नीचे स्टैड शिप टनल बनाने की योजना है। यह टनल 1,700 मीटर लंबी, 37 मीटर ऊंची और 26.5 मीटर चौड़ी बनाई जायेगी।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना को उत्तर-पश्चिमी नॉर्वे में अशांत और ख़तरनाक स्ट्राडविच सागर के माध्यम से जहाजों को नेविगेट करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। वर्तमान में, इस क्षेत्र को पार करने से पहले जहाजों को खराब मौसम की स्थिति में सुधार के लिए और स्टैडहेट सागर में ज्वार में कमी आने तक कई दिनों का इंतजार करना पड़ता है।
2. रूस ने एक ऐतिहासिक मिशन में 18 देशों के 38 विदेशी उपग्रह किए लॉन्च।
रूस ने अपने एक ऐतिहासिक मिशन में, 22 मार्च 2021 को कजाकिस्तान के बैकोनूर कोस्मोड्रोम से सोयूज-2.1 ए लॉन्च वाहन पर 38 विदेशी उपग्रहों को लॉन्च किया। यह सोयूज -2 प्रक्षेपण यान का पहला पूर्णतः व्यावसायिक प्रक्षेपण था। ये उपग्रह दक्षिण कोरिया, जापान, कनाडा, सऊदी अरब, जर्मनी, इटली और ब्राजील सहित 18 विभिन्न देशों के थे।
इस प्रक्षेपण यान ने कजाकिस्तान के बैकोनूर कोस्मोड्रोम से उड़ान भरी, जो दुनिया में सबसे बड़ा परिचालन अंतरिक्ष प्रक्षेपण स्थल है। बैकोनूर कॉस्मोड्रोम को शुरू में सोवियत अंतरिक्ष कार्यक्रम के आधार के तौर पर USSR में बनाया गया था।
3. आशा भोसले को मिलेगा 2020 का महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार, जानें विस्तार से।
आशा भोसले ने महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार 2020 मिलने पर महाराष्ट्र सरकार का आभार जताया है। आशा भोसले की बड़ी बहन और सिंगर लता मंगेशकर ने इस अवसर पर खुशी जताई है। महाराष्ट्र सरकार द्वारा 1996 से दिया जा रहा यह पुरस्कार राज्य के किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति को उसके उत्कृष्ट कार्यों और उपलब्धियों के लिये दिया जाता है।
आशा भोसले 10 साल की उम्र से गाना गा रही हैं। उन्होंने 20 भाषाओं में 16 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं। आशा भोसले पहली ऐसी भारतीय सिंगर हैं जिन्हें ग्रैमी अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया था। उन्हें साल 1997 में पहली बार नॉमिनेट किया गया था।
4. क्या है 'डबल म्यूटेंट' वायरस, जानें इसके बारे में सबकुछ।
मंत्रालय ने बताया है कि देश के 18 राज्यों में कई 'वेरिएंट ऑफ़ कंसर्न्स' (VOCs) पाए गए हैं। इसका अर्थ है कि देश के कई हिस्सों में कोरोना वायरस के अलग-अलग प्रकार पाए गए हैं जो स्वास्थ्य पर हानिकारक असर डाल सकते हैं। कोरोना वायरस का खतरा एक बार फिर देश में बढ़ गया है।
डबल म्यूटेंट वैरिएंट इसलिए खतरनाक है क्योंकि ये शरीर के इम्यून सिस्टम यानी प्रतिरक्षा तंत्र से ना सिर्फ बच सकता है बल्कि ये शरीर में तेजी से संक्रमण भी फैलाता है। ये वैरियंट इसलिए भी खतरनाक हो सकता है क्योंकि इसमें वायरस के एक ही रूप में दो बदलाव हुए हैं।
5. भारतीय तटरक्षक जहाज ‘वज्र’ बेड़े में हुआ शामिल, जानें विस्तार से।
छठे अपतटीय गश्ती पोत को तटीय सुरक्षा मजबूत करने के लिए बेड़े में शामिल किया गया है। इस मौके पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने चेन्नई पोर्ट ट्रस्ट में एक पट्टिका और जहाज के नाम वाले बोर्ड वज्र का औपचारिक अनावरण किया। जहाज का निर्माण देश में ही किया गया है और इसे लार्सन एंड टुबरो शिप बिल्डिंग लिमिटेड ने बनाया है।
इस जहाज में 14 अधिकारी और 88 कर्मी होंगे। जहाज तटरक्षक बल के पूर्वी क्षेत्र के संचालनात्मक नियंत्रण के तहत तूतीकोरिन में तैनात रहेगा। कोविड-19 वैश्विक महामारी के मद्देनजर यह समारोह सरकार द्वारा तय मानक संचालन प्रक्रिया का पूरी तरह पालन करते हुए आयोजित किया गया।
6. CJI के लिए मुख्य न्यायाधीश बोबडे ने की जस्टिस एनवी रमना के नाम की सिफारिश।
सीजेआई बोबडे 23 अप्रैल को रिटायर होने वाले हैं। उन्होंने इससे पहले ने सरकार को न्यायमूर्ति रमना के नाम की सिफारिश भेजी है। हाल ही में कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस सिलसिले में सीजेआई से उनके उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश करने को कहा था।
न्यायमूर्ति रमना 24 अप्रैल को भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यभार संभालने वाले हैं। सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीश के तौर पर जस्टिस रमना का 26 अगस्त 2022 तक कार्यकाल है। मानक प्रक्रिया के तहत मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठता के आधार पर होती है।
7. भारतीय सेना को मिलेगी ताकत, अगले 4 साल में मिलेंगी 1,300 लड़ाकू गाड़ियां।
रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को लेकर सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। वाहनों को शामिल करने का काम चार साल में पूरा करने की योजना है। मंत्रालय ने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने ‘मेक इन इंडिया’ को और बढ़ावा देते हुए भारतीय सेना के लिए 1,300 हल्के विशेषज्ञ वाहनों की आपूर्ति के लिए एमडीएसएल के साथ एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।
लाइट स्पेशलिस्ट व्हीकल स्वदेश निर्मित है और इसे महिंद्रा डिफेंस सिस्टम लिमिटेड ने तैयार किया है। ये कॉम्बैट व्हीकल छोटे हथियारों के वार से निपटने में सक्षम है। यह सेना की छोटी टुकड़ियों के लिए मददगार साबित होगा जिन्हें युद्ध क्षेत्र में इनकी जरूरत होती है।
8. DGCA ने लिया बड़ा फैसला, 30 अप्रैल तक जारी रहेगा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध।
डीजीसीए ने कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय उड़ान परिचालन पर लगे प्रतिबंध की अवधि को बढ़ाकर 30 अप्रैल 2021 तक कर दिया है। हालांकि, मामले की गंभीरता के आधार पर सक्षम प्राधिकारी द्वारा चयनित मार्गों पर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की अनुमति दी जा सकती है।
देश में कोरोना महामारी का प्रभाव फिर से बहुत तेजी से बढ़ा है। कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण देश के कई राज्यों में लॉकडाउन की स्थिति पैदा हो गई है। डीजीसीए ने कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगाने का फैसला लिया है।
9. 67th National Awards: 'छिछोरे' बनी बेस्ट हिंदी फिल्म, यहां देखें-पूरी लिस्ट।
इस दौरान मलयालम फिल्म जल्लीकट्टू को बेस्ट सिनेमैटोग्राफी के लिए नेशनल अवॉर्ड दिया गया। वहीं, केसरी फिल्म के गाने 'तेरी मिट्टी' के लिए बी प्राक को बेस्ट सिंगर का नेशनल अवॉर्ड दिया गया। 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में मलयालम फिल्म 'मरक्कर: लॉयन ऑफ द अरेबियन सी' को बेस्ट फीचर फिल्म का अवॉर्ड मिला है।
कोरोना वायरस महामारी के चलते यह सेरेमनी एक साल लेट हुई। हर साल 03 मई को होने वाली इस अवॉर्ड सेरेमनी का आयोजन नेशनल मीडिया सेंटर में हुआ, जहां पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा की।
10. गांधी शांति पुरस्कार 2020: बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान को सम्मानित किया गया।
मंत्रालय ने बताया कि साल 2019 का गांधी शांति पुरस्कार भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने और खाड़ी क्षेत्र में शांति तथा अहिंसा को बढ़ावा देने के उनके प्रयासों को मान्यता देने के लिए ओमान के (दिवंगत) सुल्तान काबूस बिन सैद अल सैद को प्रदान किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गांधी शांति पुरस्कार 2020 को हमारे उपमहाद्वीप के महानतम नेताओं में से एक बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान को दिया गया है। साल 2020 में बंगबंधु की जन्म शताब्दी को चिह्नित किया गया। वे अपने लाखों प्रशंसकों के लिए अदम्य साहस और अथक संघर्ष के प्रतीक हैं।
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