हंपी में स्मारकों का समूह -:
यह स्थान भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित है। हंपी में स्मारकों के समूह में अंतिम महान हिन्दू साम्राज्य विजयनगर की राजधानी के अवशेष प्राप्त होते है। यूनेस्को ने इसको वर्ष 1986 में विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था।
पट्टकल के स्मारकों का समूह -:
यह कर्नाटक में मलप्रभा नदी के पास स्थित है। पट्टकल के स्मारकों का समूह का निर्माण चालुक्य वंश के दौरान 7वीं और 8वीं शताब्दी के दौरान कराया गया था। यूनेस्को ने इस स्थान को वर्ष 1987 में विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था।
असम के विश्व धरोहर स्थल की सूची
मानस वन्यजीव अभयारण्य -:
मानस वन्यजीव अभ्यारण्य भारत के असम राज्य में स्थित है। इसको यूनेस्को ने वर्ष 1985 में विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था।
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान -:
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान असम राज्य में स्थित है। यह राष्ट्रीय उद्यान भारतीय गैंडे ( एक सींग वाले गैंडे ) के लिए प्रसिद्ध है। इसे 2006 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था। वर्ष 1985 में काजीरंगा राष्ट्रीय वन को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल किया गया।
तमिलनाडु के विश्व धरोहर स्थल की सूची
महाबलीपुरम के स्मारकों का समूह -:
महाबलिपुरम में स्मारकों का समूह तमिलनाडु के कांचीपुरम में स्थित है। इन स्मारकों का निर्माण 7 वीं शताब्दी के दौरान पल्लव राजाओं द्वारा कराया गया था। यूनेस्को ने इसको वर्ष 1984 में विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था।
महान चोल मंदिर -:
महान चोल मंदिरों का निर्माण 11 वीं और 12 वीं शताब्दी के दौरान चोल वंश के राजाओं द्वारा किया गया था। ये मंदिर दक्षिण भारत के तमिलनाडु में स्थित हैं। यूनेस्को ने वर्ष 1987 में इसे विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था। यूनेस्को ने 1987 में बृहदीश्वर मन्दिर को विश्व धरोहर स्थल की सूची में सर्वप्रथम शामिल किया। फिर बाद में, यूनेस्को द्वारा 2004 में गंगईकोंडा चोलपुरम मंदिर और ऐरावतेश्वर मंदिर को विश्व विरासत स्थल के रूप में शामिल किया।
अन्य विश्व विरासत स्थल की सूची 2021
सूर्य मंदिर कोणार्क -:
यह सूर्य मंदिर ओड़िशा राज्य के कोणार्क में स्थित है। यूनेस्को ने इसको वर्ष 1984 में विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था।
गोवा के चर्च -:
इनका निर्माण भारत के गोवा राज्य में पुर्तगाली शासनकाल में हुआ था। इसको यूनेस्को ने वर्ष 1986 में विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था।
सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान -:
सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में स्थित है। सुंदरवन का नाम यहां पाए जाने वाले सुंदरी नाम के वृक्ष की वजह से पड़ा है। यहां बड़ी मात्रा में मैंग्रोव वन पाए जाते हैं। यह पार्क विशेष रूप से बंगाल टाइगर के लिए आरक्षित है। यूनेस्को ने इसे वर्ष 1987 में विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था।
नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान एवं फूलों की घाटी -:
यह भारत के उत्तराखंड राज्य में नंदा देवी की पहाड़ी पर स्थित है। 1988 में यूनेस्को ने नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान को विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल किया। तथा फूलों की घाटी को 2005 में विश्व विरासत स्थल की सूची में शामिल किया।
भारत के पहाड़ी रेलवे -:
यूनेस्को ने भारत की तीन प्रमुख पर्वतीय रेलवे को विश्व धरोहर स्थलों के रूप में शामिल किया। ये तीन प्रमुख रेलवे – दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे, कालका – शिमला रेलवे और नीलगिरि पर्वतीय रेलवे हैं।
दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे -: इस रेलवे को ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रारम्भ किया था। दार्जिलिंग भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में स्थित है और यह रेलवे सिलीगुड़ी और दार्जिलिंग के बीच संचालित है। दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे को “टॉय ट्रेन” के नाम से भी जाना जाता है। इसे 1999 में विश्व विरासत स्थल की सूची में शामिल किया गया।
नीलगिरी माउंटेन रेलवे -: यह एक सिंगल ट्रैक रेलवे है जो तमिलनाडु की नीलगिरी की पहाड़ियों पर स्थित है। इसे 2005 में यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल की सूची में शामिल किया गया।
कालका शिमला रेलवे -: हिमाचल प्रदेश में स्थित इस पर्वतीय रेलवे को 1903 में शुरू किया गया था। यह रेलवे कालका और शिमला के बीच चलती है। इसे यूनेस्को द्वारा 2008 में विश्व विरासत स्थल की सूची में शामिल किया गया।
पश्चिमी घाट -:
पश्चिमी घाट को सह्याद्री के नाम से भी जाना जाता है। पश्चिमी घाट की सीमा गुजरात से महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल तक फैली हुई है। यूनेस्को ने 2012 में इस स्थल को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था। ( unesco world heritage sites in india in hindi )
ग्रेट हिमालयन राष्ट्रीय उद्यान -:
यह भारत में हिमाचल प्रदेश राज्य के कुल्लु जिले में स्थित है। ग्रेट हिमालयन राष्ट्रीय उद्यान को वर्ष 1999 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था। इस पार्क को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत संरक्षित किया गया है। यूनेस्को ने इसे वर्ष 2014 में विश्व विरासत स्थल घोषित किया था। ( unesco world heritage sites in india in hindi )
कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान -:
कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान, सिक्किम में स्थित है। यूनेस्को ने इस पार्क को 2016 को विश्व विरासत स्थल के रूप में सूची में जोड़ा। यह भारत का पहला मिश्रित धरोहर स्थल है।
ली कार्बुज़ियर का वास्तुशिल्प कार्य (कैपिटल कॉम्प्लेक्स) -:
यूनेस्को ने 2016 में चंडीगढ़ में स्थित ली कार्बुज़ियर के वास्तुशिल्प कार्य को विश्व विरासत स्थल की सूची में शामिल किया है। यूनेस्को ने इस वास्तुशिल्प कार्य को “आधुनिक आंदोलन में उत्कृष्ट योगदान” बताया है।
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